Sunday, September 7, 2008

आशाएं....खिले दिल की

कोसी से हुई तबाही के बाद सूकून देती यह तस्वीर....कहती है....उम्मीद अभी बाकी है।
सौजन्य-रायटर्स

7 comments:

Ashok Pandey said...

ये हुई न बात। बहुत बढि़या तस्‍वीर है.. आशा जगाती हुई।

Unknown said...

त्रासदी के बाद भी जीवन है। नई सुबह का हमें भी इंतज़ार है।

Unknown said...

सचमुच सूकून पहुंचाने वाली तस्वीर...ज़िंदगी आगे बढ़ते जाने का नाम है।

Unknown said...

अच्छी बात है, आपने किसी को गाली नहीं दी है। सार्थक सोच को दर्शाती तस्वीर।

Udan Tashtari said...

उत्साहवर्धक पोस्ट...कुछ सपनों के मर जाने से जीवन नहीं मरा करता है--को चरितार्थ करती.

sushant jha said...

हिला देलअ राजा...कहां से खोज लैलअ ई फोटुआ...तोहरा नजरिया त रिपोर्टर बनैके लायक ह...कमाल है...लगता है...अपना ही बच्चा है..

ऋतेश पाठक said...

lajawaab..........