 धरती के आखिरी गांव में,
धरती के आखिरी गांव में,बर्फ का ब्रह्मांड...
जहां हर पल सुनाई देती है मौत की आहट,
नीली मौत से समना,
गौरव सावंत के साथ....

धरती के उस छोर से, जिसके आगे कोई इंसानी हलचल नहीं.....बर्फ की वो सर्द औऱ सख्त दुनिया, जहां सिर्फ हाड़ कंपा देने वाली ढंठ और नीली-सफेद बर्फ का बेहिसाब विस्तार है....जहां तक नजर जाएगी सैकड़ों-हजारों किलोमीटर तक यहां सिर्फ बर्फ ही बर्फ है....और बर्फ के इसी अंतहीन विस्तार में अबतक सलामत थी दुनिया....लेकिन अब ऐसा नहीं है औऱ इसका अंदाजा समूची धरती पर सिर्फ औऱ सिर्फ यहीं हो सकता है। इसीलिये मैं यहां आया हूं ताकि आपको दिखा सकूं कि इस बेहद खूबसूरत सफेद दुनिया की कोख को चीरकर कैसे बाहर निकल रही है धरती की मौत.....।
© gauravcsawant\14\09\09\del-arctic
 
 
 
 
 
 
 
 
 
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1 comment:
в итоге: благодарю. а82ч
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