15 जुलाई, 1936-05 नवंबर, 2009
अचानक रात के तीन बजे ऑफ़िस से एक दुखद ख़बर आई। शैलेंद्र नें बताया कि प्रभाष जोशी नहीं रहे। ख़बर फ्लैश करवा दी है। टीवी ऑन किया तो देखा....हिंदी के वरिष्ठ पत्रकार प्रभाष जोशी का निधन हो गया। 73 साल के प्रभाष जोशी को गुरुवार का दिल का दौरा पड़ा। प्रभाष जोशी हिंदी की प्रमुख अख़बार जनसत्ता के कई साल तक संपादक रहे। वो बेबाक पत्रकारिता के लिए मशहूर थे। राजनीति और सामाजिक मुद्दों के अलावा प्रभाष जोशी क्रिकेट पर लेखन के लिए भी मशहूर रहे। हाल के दिनों में ही उन्होंने हिंदी के अख़बारों को चुनाव के दौरान कड़ी फटकार लगाई। मेरा सौभाग्य रहा कि जोशी जी 'अपन' के संस्थान में क्लास लेने आते थे। विराट व्यक्तित्व और शांत चित्त वाले पत्रकारिता के शलाका पुरुष, पंडित प्रभाष जोशी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजली।
8 comments:
विनम्र श्रधांजली
दुखद समाचार. विनम्र श्रृद्धांजलि.
प्रभाष जी के आकस्मिक निधन ने स्तब्ध किया श्रद्धांजलि ..!!
दुखद खबर
विनम्र श्रद्धाँजलि
बी एस पाबला
समाचार ने स्तब्ध कर दिया। हिन्दी पत्राकारिता का वे एक युग थे। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
किसी भी बात पर बेलाग कहने वाले प्रभाष जी का लेखन हमेशा युवा रहा.
उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि..
विचार मौजूद रहेंगे
विनम्र श्रद्धांजलि।
joshi ji ke nidhan se desh ko bahut badi kshti.
Post a Comment