आप में से जिन्हें भी फ़िल्मों में थोड़ी भी दिलचस्पी होगी, वो आईएमडीबी (IMDB) वेबसाईट से ज़रूर परिचित होंगे। इंटरनेट पर सिनेमा के उपर उपलब्ध हज़ारों-लाखों साइट्स में आईएमडीबी को सबसे भरोसेमंद माना जाता है। आईएमडीबी का भी दावा है कि वो सबसे बड़ा, सबसे बढ़िया और सबसे अधिक अवार्ड्स जीतने वाला वेबसाईट है। दुनिया के किसी भी कोने, कोई भी भाषा, डाक्युमेंट्री या फ़ीचर फ़िल्म हो, आईएमडीबी पर सब के बारे में जानकारी उपलब्ध है। फ़िल्मों के रिव्यू लिखने वाले पत्रकार भी इस साईट के रेटिंग को ब्रह्म-वाक्य मान कर चलते हैं। मैं भी इस साईट का बहुत बड़ा फैन था। लेकिन एक बात ने मेरे मन में इस पोर्टल की विश्वसनियता को कम कर दिया है। ब्राउज़ करते हुए मैंने पाया कि अपने रेटिंग में इसने रिचर्ड एटनबरो की 'गांधी' को मिथुन चक्रवर्ती की बकवास फ़िल्म 'गुंडा' से नीचे रखा है। दरअसल दस के स्केल पर गुंडा को 8.4 प्वाईंट्स दिए गए हैं, वहीं गाँधी को सिर्फ़ 8.1 प्वाईंट्स मिले हैं। ये कैसे हो सकता है????? C ग्रेड फ़िल्मों के A ग्रेड निर्माता कांति शाह की फ़िल्म रिचर्ड एटनबरो से तुलना करनी भी बेमानी होगी। क्या मिथुन, बेन किंग्सले से बेहतर अभिनेता हैं??? अब ज़रा कांति शाह की फ़िल्मों के फहरिश्त पर गौर करें - जगिरा, गलियों का बादशाह, जल्लाद नं 1, रंगबाज, गरम....और भी कई हैं। भैया गाँधी ने 8 आस्कर्स जीते हैं।गाँधी - (imdb.com/title/tt0083987/) गुंडा - (imdb.com/title/tt0497915/)
सियार
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<<< सियार >>> जीटी रोड के किनारे के इस गांव में बसे एक दशक होने को आया और
मैं गांव की पहचान के तत्वों को ढहते देखता रहा हूं। जो तत्व अभी भी कायम हैं,
उनमें...
1 day ago
4 comments:
वाकई...चौकाने वाली बात है।
Its conspiracy...to malign Mahatma...
बहुत अफ़सोस हुआ आपकी पोस्ट पढ़कर, दुःख नहीं हुआ क्योंकि शायद आपने अभी तक गुंडा देखी ही न हो |
खैर दुनिया जो भी कहे प्रभुजी के भक्तों को उससे फरक नहीं पड़ता | एक बार किसी हाय-बाय वाले रिपोर्टर ने प्रभुजी से पूछा था कि क्या आप अपनी फिल्मों का हिसाब रखते हैं, प्रभुजी ने बिना किसी लाग लपेट के कहा कि मैं नहीं लेकिन मेरे फैन (भक्त) रखते हैं |
हुजुर एक ज़माने में गुंडा की पे रेटिंग ९.९ थी | हम तो आज भी प्रभुजी की हर फ़िल्म के मुरीद हैं, क्या अच्छी और क्या बहुत अच्छी |
एक बार हमने प्रभुजी पर एक पोस्ट भी लिखी थी, कभी समय मिले तो पढियेगा |
http://antardhwani.blogspot.com/2007/04/blog-post_06.html
इस पूरी पोस्ट में कहीं भी इस्माइली नहीं लगाई है इसीलिये इसे सीरियसली ही लें |
कान्तिशाह ने कितनी भी ख़राब फिल्म बनायी हों, लेकिन जब वो प्रभुजी के साथ फ़िल्म बनाते हैं तो बात ही कुछ और होती है |
गुंडा के बारे में और जानकारी के लिए इस लिंक को देखें |
http://greatbong.net/2007/06/20/gunda-the-legend/
और
http://greatbong.net/2005/09/09/mithunism-the-religion/
http://antardhwani.blogspot.com/2007/04/blog-post_06.html
नीरज भाई,
मैं भी मिथुन दा का फैन हूं। मृग्या, डिस्को डांसर, गुलामी जैसी फ़िल्में सचमुच लैंडमार्क हैं। और डिस्को डांसर नें तो उन्हें एक कल्ट फिगर के रूप में देश-विदेश में शोहरत दी। रामकृष्ण परमहंस के रोल को शायद ही कोई प्रभु जी से बेहतर कर पाता। लेकिन फिर भी गांधी....गांधी है। एक व्यक्ति के रूप में भी मिथुन दा बेहतरीन हैं। आपके लिंक्स को मैं पढ़ रहा हूं। हाँ ये सच है कि मैंने गुंडा नहीं देखी है। लेकिन अब जरूर देखुंगा।
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