गाह-2 : जब डुबकी ही शुभारम्भ कहलाती थी
-
*संकल्प और शुरुआत का एक नाम: आग़ाज*
*संकल्प और इच्छाशक्ति की दूरगामी सोच*‘आरम्भ’ और ‘प्रारम्भ’ जैसे शब्द किसी
कार्य के अनुष्ठान की सूचना देते हैं, तो ‘श...
2 days ago
2 comments:
बढ़िया खबर है .... मतलब भूल छोक लेनी देनी बराबर हो जायेगा ...
यह एक बहुत ही अच्छा विचार लगता हैं ।
Post a Comment